The relationship between husband and wife should be one of closest friends. पति-पत्नी के बीच का सम्बन्ध घनिष्ठ मित्रों के सम्बन्ध के समान होना चाहिए।
2.
So today , a husband and wife in my country cannot leave home without their nikahnama . सो , आज मैरे देश में पति-पत्नी अपना निकाहनामा साथ में लिए बिना घर से बाहर नहीं निकल सकते .
3.
One consequence of this kind of segregation was that there was usually little mental companionship between husband and wife . इस तरह के अलगाव का एक परिणाम यह था कि साधारणतया पति और पत्नी के बीच सहचारिता नहीं थी .
4.
Husband and wife can only be Separated by death , as they have no divorce . पति और पत्नी का विछोह मृत्यु होने पर ही हो सकता है क़्योंकि उनके यहां विवाह-विच्छेद की कोई परंपरा नहीं है .
5.
Such songs depict the gifts and jokes they exchange , as also the tensions they generate between husband and wife . ऐसे गीतों में दोनों के परस्पर प्रणय संबंधों की चर्चा , उपंहारस्वरूप प्राप्त वस्तुओं की परिगणना तथा पतिपत्नी के मानसिक तनाव बड़ी सहजता से उभरे हैं .
6.
We will not try to see the classic posiotn till we try the and experience and have the postion. this is adrsh(classic posion)is considered healthy and also i wanted to make it clear that man sit staight in the woman and she shold not feel that she is loding all her strenght nor this postion is considered an old fashiponed position as nowawdyts mwn are thinking . thid postion can also made beautigully and man is th head of this posion and it is agood experionce and if there is communicaiton gap then man and woman canot have any position and there can be no comfortableness. thics matter shoild be discused betwen husband and wife and wife should shafre everything she has a problem wiht him so that there should be no communcaiton gap.if this problem is solved then it weill be eeasy for them to have af oreplay in anyn positon.there are number of postion where man and woman can have foreplay and satisfy themselves. हम तब तक क्लासिकल म्यूजिक को नहीं समझ सकते जब तक कि उसे सुनकर उसकी गूढ़ता और भ्रामक सुन्दरता को समझने का प्रयास नहीं करते . कुछ ऐसा ही राग है सेक्स पोजीशन के मामले में जब पुरुष उपर हो. यहां अब वह समय आ गया है जब आदर्श (classic) पोजीशन को सभ्य व व्यवस्थित बनाएं तथा परीक्षण करके देखे कि किन कारणों से वे आदर्श पोजीशन हैं. साथ ही यह भी स्पष्ट कर देना चाहता हूं कि जब पुरुष उपर होता है तो इसका यह कतई आशय नहीं लगाना चाहिये कि महिला को इसमें नकारात्मक शक्तिशाली संबंधों का अनुभव होगा. न ही इन पोजीशनों को पुराने जमाने की बोरिंग पोजीशन कहा जा सकता है जैसा कि कुछ लोग आज कर पुरुष के उपर रहने वाली पोजीशन के बारे में सोचते हैं. इनमें महज कुछ परिवर्तन करके इन्हें शानदार अनुभव वाली पोजीशन भी बनाया जा सकता है. इन सभी पोजीशनों में धक्के का पूरा दारोमदार पुरुष पर होता है. किसी भी प्रारंभिक पोजीशन के पहले आपसी बातचीत महत्वपूर्ण होती है. यदि कम्युनिकेशन गैप रहेगा तो शायद कोई भी पोजीशन दोनों के लिये उतनी आनंददायी नहीं होगी जितने कि वे कल्पना करते हैं. मसलन हर महिला अपने पार्टनर का ऐसा आकार या ढांचा चाहती है जो उसे कामोन्माद की चरम स्थितितक पहुंचा सके और इसके लिये जरूरी है एक बेहतर पोजीशन की जो उससे चर्चा करके उसके सोचे गए आकार से मेल खाती हो और यह प्रयास पार्टनर के लिये प्रचण्ड कामोद्दीपक व तीव्र उत्तेजना प्रदान करने वाला होगा. यदि वे एक बार ऐसा करने में सफल हो गए तो वे अपने इष्टतम आनंददायी बिंदु पर निशाना साधते हुए सवारी का मजा ले सकेंगें. यहां यह बताना भी जरूरी है कि ज्यादातर पुरुष अपने को उपर रखने वाली पोजीशन इस लिये चुनते हैं ताकि पूर्ण उन्नत अवस्था को पा सकें. इस तरह पुरुषों के उपर रहने पर शक्तिशाली पोजीशन का होना इसका एक वास्तविक फायदा है. लेकिन इस पोजीशन में पुरुष शुरुआत से ही तेज गति और निकटता के साथ चलेंगे तो वे निश्चित तौर पर चरमोत्कर्ष के समय कमजोर और उत्तेजना खोने वाला भी बना सकती है क्योंकि वे सेक्स की कदमताल के कन्ट्रोल में नहीं रह पाते हैं. यह पोजीशन नये प्रवेश करने वालों के लिये काफी बेहतर होती है लेकिन जब इसे सृजनात्मकता से लिया जाता है तो यह सभी वर्ग के लिए मजेदार होती है. इसलिये जरूरी है कि महिलाएं भी अपने पार्टनर को बताएं कि वह नियंत्रण में रहे तथा प्रयोग करके यह भी देखे कि किसमें उन दोनों को ज्यादा आनंद आता है.